प्योंगयांग: उत्तर कोरिया (North Korea)का सनकी तानाशाह अब चाहता है कि माता-पिता बच्चों को ‘बम’, ‘गन’ और ‘सैटेलाइट’ जैसे ‘देशभक्ति’ भरे नाम दें. ‘द मिरर’ के मुताबिक किम जोंग-उन के आदेश पर उन नामों पर नकेल कसी जा रही, जिन्हें सरकार बहुत नरम मानती है. वह चाहता है कि माता-पिता अपने बच्चों का नाम अधिक देशभक्ति और वैचारिक तरीके से रखें. इससे पहले दक्षिण कोरिया में प्रचलित नामों की तरह उत्तर कोरिया में भी माता-पिता अपने बच्चों का नामकरण कर रहे थे. किम के बच्चों के नामकरण से जुड़े इस तुगलकी फरमान से पहले उत्तर कोरिया में ‘ए री’ और ‘सु मी’ जैसे नाम रखने की अनुमति थी.
उत्तर कोरिया के झक्की नेता किम जोंग-उन के आदेश के मुताबिक बच्चों का नाम नहीं बदलने की स्थिति में माता-पिता को दंड का भी सामना करना पड़ सकता है. नेता का मानना है कि नियम का पालन करने में विफलता वास्तव में समाजवाद विरोधी है और जो इसका पालन नहीं करेंगे उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है. ‘द मिरर’ की रिपोर्ट के मुताबिक नए नियमों के तहत जिन नामों का उपयोग किया जा सकता है, उनमें पोक इल (बम), चुंग सिम (वफादारी) और उई सांग (उपग्रह) जैसे नाम शामिल हैं. पिछले साल उत्तर कोरिया ने कथित तौर पर पूर्व नेता किम जोंग-इल की दसवीं पुण्यतिथि पर 11 दिनों के शोक की अवधि के तहत अपने नागरिकों के हंसने, खरीदारी करने या शराब पीने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
किम जोंग-उन का यह तुगलकी फरमान उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है. गौरतलब है कि सोमवार को उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की जलीय सीमा से लगते अपने पूर्वी और पश्चिमी तटों से सैन्य अभ्यास के नाम पर समुद्र में लगभग 130 तोपों के गोले दागे.