चंडीगढ़: पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में कांग्रेस की नई सरकार बनने के साथ ही उठा-पटक शुरू हो गई है. मंत्री रजिया सुल्ताना ने विभाग का आवंटन होने के कुछ ही घंटे के बाद आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। चन्नी मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा आज दोपहर के करीब हुआ था लेकिन कुछ घंटे बाद ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पद से अपना इस्तीफा हाईकमान को भेज कर चौंका दिया और शाम ढलते ही चन्नी मंत्रिमंडल से रजिया सुल्ताना भी चलती बनीं। सिद्धू के इस्तीफे के बाद गुलजार इंदर चहल ने पंजाब कांग्रेस कोषाध्यक्ष और योगेंद्र ढींगरा ने महासचिव पद से आज अपने इस्तीफे दे दिए।
सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में कहा है कि वह कांग्रेस के लिए काम करते रहेंगे वहीं सुल्ताना ने भी इस्तीफे में पार्टी में बने रह कर काम करते रहने की बात कही है। सिद्धू के इस्तीफे के बाद अब उनके और करीबी भी इस्तीफे दे सकते हैं। सिद्धू ने अपने इस्तीफे में लिखा है, ‘व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता इसीलिए पंजाब प्रदेशाध्यक्ष पद से तुरंत इस्तीफा देता हूॅ। मैं कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा’।
सिद्धू के समर्थन में हो रहे इस्तीफे को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रामा करार दिया है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू किसी दूसरे पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के हालात पर पूरी नजर है। जल्द बड़ा फैसला लूंगा।